पटना Capital Of Bihar patna

नमस्कार दोस्तों! आज के इस ब्लॉग में हम जानेंगे बिहार राज्य का एक खूबसूरत शहर, पाटलिपुत्र यानी वर्तमान पटना शहर के बारे में। तो दोस्तों, इस ब्लॉग को अंत तक जरूर देखें।

पटना

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पटना: परिचय और भौगोलिक स्थिति

दोस्तों, पटना गंगा नदी के दक्षिणी किनारे पर बसा हुआ बिहार राज्य की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह पूर्वी भारत का दूसरा सबसे बड़ा महानगर भी है, जो अपने कई खूबसूरत पर्यटन स्थलों, सुंदर संस्कृति, पारंपरिक भोजन, व्यापार और अपने विद्वान महान पुरुषों और अपने कोचिंग सेंटरों के लिए दुनिया भर में मशहूर है। इस शहर पटना जिले और संभाग का एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक केंद्र है, जो आगे 23 ब्लॉकों में बंटा हुआ है।

इसकी सीमाएं नालंदा, अरवल, जहानाबाद, बेगूसराय, लखीसराय, भोजपुर, सारण, वैशाली और समस्तीपुर से लगती हैं। यहां लगभग छह तहसील, 10,398 रेवेन्यू गांव, 325 ग्राम पंचायतें, 13 अनुमंडल और 38 प्रखंड मौजूद हैं। पटना जिले का क्षेत्रफल 3202 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करता है जहां की रहने वाली ज्यादातर आबादी मगही और हिंदी भाषा का प्रयोग करते हैं, लेकिन मैथिली, भोजपुरी और उर्दू भी काफी संख्या में बोली जाती है।


नदियां, कृषि और अर्थव्यवस्था

इस शहर की नदियां गंगा, पुणपुण, गंडक और सोन हैं। इन नदियों की मदद से यहां के किसान धान, मक्का, दालें, गेहूं, तिलहन और सब्जियों की खेती भारी मात्रा में करते हैं। वैसे इस में कई सारे उद्योग भी स्थापित हैं जो फतुहा से लेकर बैरिया तक फैली हुई हैं। यह बिहार का पहला और भारत का 15वां सबसे ज्यादा जीडीपी वाला जिला भी है, जहां की मौजूदा जीडीपी 34 बिलियन अमेरिकी डॉलर की है। इस शहर को पूर्वी भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापार और लग्जरी ब्रांड केंद्र भी माना जाता है।

विश्व बैंक के अनुसार पटना शहर को भारत में दिल्ली के बाद बिजनेस करने के लिए दूसरा सबसे अच्छा शहर माना है। इतना ही नहीं, पटना ही भारत का वह शहर है जो पहली बार महिला कबड्डी विश्व कप की मेजबानी किया था और ईरान को फाइनल में हराकर कप को अपने नाम किया था।


पटना: ऐतिहासिक महत्व

वैसे दोस्तों, इस शहर का इतिहास काफी पुराना है। यह ना सिर्फ दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक है, बल्कि यहां का जीवन मां गंगा के पवित्र जल की तरह हमेशा से यहां पर बहता रहा है और किसी बड़े छायादार वृक्ष की तरह अपनी जड़ें मजबूत बनाता रहा है। सदियों से ही पटना में जीवन यापन रहा है, इसीलिए तो पटना प्राचीन काल से ही अलग-अलग नामों से जाना जाता रहा है। इस शहर को लोग मगध, पाटलिपुत्र, पाटलिपुरम, पुष्पपुर, बैठना, कुसुमपुर, अजीमाबाद और वर्तमान में पटना के नाम से बुलाया जाता है।

मगर क्या आपको मालूम है दोस्तों, आर्यभट्ट हों या पाणिनि, चाणक्य हों या कालिदास, सभी लोग इस शहर से ही थे, जिन्हें भारतीय इतिहास में ज्ञान के क्षेत्र में धुरंधर माना जाता है। इतना ही नहीं, भारत के अलग-अलग हिस्सों पर राज करने वाला सम्राट अशोक का जन्म भी इसी पाटलिपुत्र में हुआ था। और तो और, सिखों के अंतिम सम्राट श्री गुरु गोविंद सिंह जी का जन्म स्थान भी इसी शहर में ही है। वैसे पटना भारत की आजादी में भी एक महत्वपूर्ण योगदान दिया है,

क्योंकि नील की खेती के लिए चंपारण आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत भी इसी शहर से हुआ था। साथ ही यहां का ऐतिहासिक गांधी मैदान भारत की आजादी का एक महत्वपूर्ण पृष्ठभूमि है।


जनसांख्यिकी और शिक्षा

मौजूदा समय में इस शहर महानगर 10,167 वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र को कवर करता है जहां की मौजूदा अनुमानित जनसंख्या 33 लाख 41 हजार के करीब है। धार्मिक दृष्टिकोण से पटना शहर में 86% हिंदू, 12% मुसलमान और बाकी 3% सिख, ईसाई, जैन और बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं। लिंगानुपात और साक्षरता दर की बात करें तो शहर का लिंगानुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 881 महिलाओं की है, जो काफी चिंता का विषय है।

वहीं इस शहर का साक्षरता दर काफी अच्छा है क्योंकि यहां 84% जनसंख्या पढ़े लिखे वर्ग में आते हैं। वैसे पटना शहर सदियों से ही शिक्षा का केंद्र रहा है और आज भी यह भारत के सबसे शिक्षित शहरों में से एक है। मौजूदा समय में देश के सर्वोच्च आईएएस परीक्षा को उत्तीर्ण करने वाले लोगों में भारी संख्या में सिर्फ पटना से ही होते हैं।


आधुनिकता और पर्यटन

इतना ही नहीं, इसी शहर में ही एशिया के सबसे बड़े तारामंडलों में से एक इंदिरा गांधी तारामंडल स्थित है, जो बड़ी संख्या में दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। साथ ही यहां के बौद्ध मार्ग पर स्थित पटना संग्रहालय जिसे कई लोग जादूघर के नाम से भी जानते हैं, बता दें कि यह संग्रहालय इस शहर में का एक बहुत ही लोकप्रिय संग्रहालय है जहां पर 50,000 से भी ज्यादा दुर्लभ कला वस्तुएं देखी जा सकती हैं। इसके अलावा इस शहर दुनिया का 21वां और भारत का पांचवां सबसे तेजी से बढ़ता हुआ शहर भी है जहां पर दुनिया का सबसे बड़ा फ्री वाई-फाई नेटवर्क मौजूद है जिसका रेंज 20 किलोमीटर से भी अधिक है।

इस शहर को हाजीपुर के साथ एक ट्विन सिटी के रूप में भी देखा जाता है जो गंगा नदी के उस पार पटना के बेहद करीब है। और इन्हीं दोनों शहरों को जोड़ता हुआ दुनिया का सबसे लंबा सड़क पुलों में से एक महात्मा गांधी सेतु है जिसे पर्यटक स्थल के रूप में भी देखा जाता है। पटना महानगर का दानापुर भी एक महत्वपूर्ण नगर पालिका है। यह एक छावनी शहर है जो अपनी प्राइवेसी साइबेरियन क्रेन के लिए काफी मशहूर है जिसे स्थानीय लोग जाहंगीर भी कहते हैं।

इस शहर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और सांस्कृतिक गतिविधियों का भी केंद्र है। यहां की संस्कृति और खान-पान का जायका यहां आने वाले हर पर्यटकों को अपनी ओर खींच लाती है। आपको यहां मगही संस्कृति के साथ-साथ मैथिली, भोजपुरी और बंगाली संस्कृतियों का भी मिश्रण देखने को मिलता है। साथ ही यह शहर विभिन्न ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों से भी भरा हुआ है। अगर आपको भारत की असल छाप देखनी है तो पटना का शहर जरूर करना चाहिए क्योंकि पटना धर्म और संस्कृति का एक मिलाजुला स्वरूप है।


प्रमुख आकर्षण और परिवहन

यहां आकर गया, वैशाली, पावापुरी, राजगीर, केसरिया, नालंदा और बौद्धगया आदि तीर्थ स्थलों का दर्शन किया जा सकता है। इसके साथ ही इस शहर में गोलघर, महावीर मंदिर, सभ्यता द्वार, पाटन देवी मंदिर, बुद्धा स्मृति पार्क, तख्त श्री पाटन साहिब, पादरी की हवेली, कमलदास टेंपल, कुम्हार पार्क, मेनन शरीफ और संजय गांधी जैविक उद्यान जैसे बहुत से ऐसे आकर्षण हैं जहां पहुंचकर आपको सुकून का अनुभव प्राप्त होगा।

अब अगर आप भी पटना आने का मन बना रहे हैं और सोच रहे हैं कि यहां कैसे पहुंचा जाए तो आपको बता दें कि पटना रेल, हवाई और सड़क तीनों मार्गों से जुड़ा हुआ है। यहां का मुख्य रेलवे स्टेशन पटना जंक्शन है, लेकिन यहां पाटलिपुत्र जंक्शन, राजेंद्र नगर टर्मिनल, पटना साहिब, फतुहा जंक्शन और दानापुर जैसे रेलवे स्टेशन भी हैं जो सभी यात्री ट्रेनों के लिए पूरी तरह से उपयुक्त हैं।

हवाई मार्ग की बात करें तो पटना का जयप्रकाश नारायण हवाई अड्डा भारत के सबसे बड़े हवाई अड्डों में से एक है। आप यहां दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु, जयपुर जैसे कई बड़े शहरों से आ सकते हैं। वहीं सड़क मार्ग में आप नेशनल हाईवे 22 और 31 के सहारे भी यहां तक आसानी से पहुंच जाएंगे। इस जिले का लोकल वाहन पंजीकरण कोड BR 01 है जो आपको यहां के ज्यादातर गाड़ियों के नंबर प्लेट पर लिखा दिख जाएगा।


तो दोस्तों, आपको बता दें कि यह शहर एक प्रसिद्ध सांस्कृतिक और प्राचीन नगर है जिसका इतिहास और वर्तमान से जुड़ी जानकारियां काफी बड़ी हैं, जिसे एक ही वीडियो में बयां कर पाना असंभव है। इसलिए मेरे दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। फिर मिलेंगे ऐसे ही इंटरेस्टिंग Blog के साथ। तब तक के लिए जय हिंद, जय भारत!


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