
दोस्तों, यह है शक्ति, जो छत्तीसगढ़ राज्य के हृदय में बसा एक नव निर्मित जिला है। इस नवगठित जिले को सन 2022 में जांजगीर-चांपा से विभाजित कर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी द्वारा एक नए जिले के रूप में पहचान दी गई। जिसके अंतर्गत जांजगीर-चांपा के 465 गांव, 322 ग्राम पंचायत और चार ब्लॉक और छह तहसीलों को शामिल किया गया। वहीं तहसील जिलों में नया बाराद्वार, डभरा, जय जयपुर, शक्ति, अड़भार और माल खरोदा शामिल हैं।
औद्योगिक और आर्थिक महत्व
शक्ति जिला अब मध्य भारत में छत्तीसगढ़ राज्य का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक, धार्मिक, औद्योगिक और शिक्षा का केंद्र बन चुका है। यहां स्थित वंदना ग्रुप भारत का सबसे बड़ा ट्रेलर और टिपर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट है जिसे शक्ति जिले की पहचान भी मानी जाती है। लेकिन शक्ति जिले को खासकर डोलोमाइट हब के रूप में देखा जाता है क्योंकि इस पूरे जिले की धरती डोलोमाइट से भरा हुआ है, जिसके कारण शक्ति को भारत का डोलोमाइट हब भी कहा जाता है। साथ ही शक्ति जिला कोसा की वस्त्र बनाने के लिए भी प्रसिद्ध है जो यहां मुख्य रूप से चंद्रपुर में बनाई जाती है
और यहां के कोसा की साड़ियां देश-विदेश में काफी पसंद की जाती हैं। इसके अलावा यहां स्वास्तिक धातु उद्योग भी है जहां एल्युमिनियम सॉस पेन सेट, एल्युमिनियम टब, एल्युमिनियम राउंड प्लेट आदि का निर्माण किया जाता है। साथ ही शक्ति जिले में आरकेएम थर्मल पावर प्लांट और डीबी पावर लिमिटेड भी स्थापित हैं। इन सब ने मिलकर शक्ति को देश में एक महत्वपूर्ण पहचान दिया है।
भूगोल और कृषि
शक्ति जिला जल संसाधनों से भी काफी परिपूर्ण है। यहां का लात नदी, मांड नदी, बोरई नदी, सोन नदी और महानदी जिले की 94% भूमि को सिंचित करती हैं, जिनके बदौलत यहां धान, गेहूं, चना, अरहर, मूंग आदि फसलों की खेती बहुतायत में की जाती है। शक्ति जिला बिलासपुर डिवीजन के अंतर्गत आता है जो नेशनल हाईवे 49 से कनेक्टेड है। यह राज्य की राजधानी नया रायपुर से 205 किलोमीटर, बिलासपुर से 94 किलोमीटर और जांजगीर-चांपा से 42 किलोमीटर की दूरी पर बोरई नदी के किनारे बसा हुआ है।
जनसांख्यिकी और परिवहन
मौजूदा समय में जिले का प्रशासनिक मुख्यालय शक्ति शहर में स्थित है और इस जिले की सीमाएं उत्तर में कोरबा, पूर्व में रायगढ़, दक्षिण में सारंगढ़-बिलाईगढ़ तथा पश्चिम में जांजगीर-चांपा से लगती हैं। इसका कुल क्षेत्रफल 1600 वर्ग किलोमीटर है। वहीं यहां की अनुमानित जनसंख्या लगभग 8 लाख के आसपास है। इस 8 लाख की आबादी में लगभग 75% लोग पढ़े लिखे वर्ग में आते हैं। वहीं यहां के लगभग 95% आबादी छत्तीसगढ़ी भाषा को अपनी मातृभाषा मानते हैं। यहां प्रति 1000 पुरुषों पर 1004 महिलाओं का लिंगानुपात पाया जाता है। साथ ही यहां प्रति वर्ग किलोमीटर पर 477 लोगों की आबादी निवास करती है।
पर्यटन
शक्ति जिला पर्यटक स्थलों के मामले में भी काफी समृद्ध है और यहां आपको नदी, झरने, मंदिर, पहाड़ियां और शांत वातावरण से भरा कई पर्यटन स्थल देखने को मिल जाएंगे। यहां का मां चंद्रहासिनी मंदिर, अष्टभुजी मां मंदिर, नाथल दई मंदिर, मां महामाया मंदिर, तुरी धाम, दमाऊ दरहा जलप्रपात, पनारी वाटरफॉल, अड़भार शिव मंदिर, सनगुड़ा वाटरफॉल, देवरी बांध, नगरदा जलप्रपात, हरि गुर्जर मठ, रावण गुफा, साराडीह बांध, बोतल द वाटरफॉल, कलमा बैराज और रन खोल जैसे खूबसूरत जगह शक्ति जिले की पहचान हैं।
यात्रा सुविधाएँ
अब अगर आप भी इस जगह को घूमने का मन बना रहे हैं तो आप यहां हवाई, सड़क या रेल तीनों मार्गों से आ सकते हैं। यहां का निकटतम हवाई अड्डा बिलासपुर में स्थित है जो शक्ति से 98 किलोमीटर दूर है। रेल सेवा के लिए आप चांपा और शक्ति रेलवे स्टेशन का सहारा ले सकते हैं। वहीं अगर आप चाहें तो नेशनल हाईवे 49 की मदद से भी आप यहां आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां का नया वाहन पंजीकरण कोड CG 36 है जो आने वाले समय में यहां की गाड़ियों के नंबर प्लेट पर देखने को मिल जाएगा।
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