सुंदरगढ़

सुंदरगढ़

हेलो, नमस्ते! स्वागत है आपका Blog में। दोस्तों, क्या आप जानते हैं उड़ीसा के उत्तरी हिस्से में स्थित सुंदरगढ़ राज्य का दूसरा सबसे बड़ा जिला है, जो लौह अयस्क, मैंगनीज और चूना पत्थर जैसे खनिज संसाधनों के भंडार के लिए जाना जाता है? लेकिन बीते कुछ दशकों में इसकी पहचान लॉज रस बरला और दिलीप टर्की जैसे अनेकों प्रतिभाशाली हॉकी खिलाड़ी की वजह से भी है, जिन्होंने देश-विदेश में जिले का नाम रोशन किया है।


सुंदरगढ़: इतिहास और भूगोल

सुंदरगढ़ के इतिहास को देखें तो यह जिला कभी 1948 तक गंगपुर रियासत का राजधानी शहर था। माना जाता है कि प्राचीन समय में यह इलाका कई शक्तिशाली राजवंशों के अंतर्गत रह चुका है, जिसे आज़ादी के बाद प्रशासनिक सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए 1 जनवरी 1948 ईस्वी को गंगपुर और बोनाई दोनों को मिलाकर इस जिले का गठन किया गया था। वर्तमान में इस जिले का मुख्यालय सुंदरगढ़ शहर में स्थित है।

सुंदरगढ़ के उत्तर में छत्तीसगढ़, पूर्व में केंदुजहर और दक्षिण में अंगुल, संबलपुर और झारसुगुड़ा जिले से अपनी सीमाएं साझा करता है। यह कुल 9712 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है, जिसका लगभग 43% भाग वनों से घिरा है और इसके परिदृश्य में असंख्य रंग बिरंगी जनजातियां हैं। यहां ज्यादातर स्थानीय लोग बोलचाल के लिए उड़िया भाषा का ही इस्तेमाल करते हैं।


सुंदरगढ़: जनसांख्यिकी और प्रशासन

जिले की कुल अनुमानित जनसंख्या 22,96,878 है। साक्षरता दर की बात करें तो जिले के कुल 73.34% लोग यहां पढ़े लिखे हैं। वहीं प्रति 1000 पुरुषों पर 971 महिलाओं का लिंग अनुपात है। इस जिले के अंतर्गत कुल तीन उपमंडल, 16 तहसील, 17 ब्लॉक और 262 ग्राम पंचायतें हैं। यहां सात विधानसभा सीटें और एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र भी है।


सुंदरगढ़: अर्थव्यवस्था और उद्योग

भौगोलिक रूप से यह जिला काफी विस्तृत पेड़ों और पहाड़ियों की चोटियों से घिरा है, जिसमें विशाल दुर्गम जंगल और व्यापक नदी घाटियां भी देखने को मिलती हैं। यहां की अर्थव्यवस्था पर गौर करें तो यह एक औद्योगिक जिले के रूप में पहचान रखता है। यहां के प्रमुख उद्योगों में स्टील और फेरोविनेडियम प्लांट के साथ ही सीमेंट और मशीन निर्माण फैक्ट्री भी काफी सक्रिय हैं। जिले में ग्लास और चीनी मिट्टी के भी कई कारखाने हैं, तो वहीं स्पिनिंग मिलें भी सैकड़ों लोगों को रोजगार देती हैं। हालांकि अभी भी यहां 50% से भी ज्यादा आबादी कृषि पर निर्भर है।


सुंदरगढ़: संस्कृति और पर्यटन

सुंदरगढ़ अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक महत्व के लिए काफी जाना जाता है। यहां पर्यटन के लिहाज से बहुत से खूबसूरत स्थल मौजूद हैं जहां साल भर पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। सुंदरगढ़ के भ्रमण की शुरुआत आप टेंसन से कर सकते हैं, जो समुद्र तल से लगभग 3780 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक हिल स्टेशन के रूप में प्रसिद्ध है।

यहां आप घने जंगलों और घुमावदार पहाड़ियों के शानदार दृश्य के साथ ही मिर्गी खोज और खंडाधर लोकप्रिय जलप्रपात का आनंद भी ले सकते हैं। अगर आप ट्रैकिंग और फिशिंग का रोमांस लेना चाहते हैं तो दार्जिलिंग आपको खूब पसंद आएगा। इसके अलावा यहां का वैष्णो माता मंदिर, हनुमान वाटिका और वेद व्यास धाम भी काफी फेमस हैं।


सुंदरगढ़: परिवहन

अब अगर आप भी सुंदरगढ़ पहुंचने का मन बना चुके हैं तो आप यहां हवाई, रेल या सड़क किसी भी माध्यम से आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां का निकटतम हवाई अड्डा झारसुगुड़ा हवाई अड्डा है जो लगभग 27 किलोमीटर दूर है। वहीं सबसे पास का रेलवे स्टेशन भी झारसुगुड़ा ही है। सुंदरगढ़ सड़क मार्ग द्वारा उड़ीसा के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। यह राज्य राजमार्ग 10 और NH 143 द्वारा देश के अन्य राज्यों से जुड़ा हुआ है।


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